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COVID-19 के दौरान शिक्षकों के रवैये में बदलाव

श्रीमती दीप्रा भारती*; प्रो. अरविंद कुमार पांडे**

* रिसर्च स्कॉलर जेआरएफ; **प्रोफेसर

शिक्षा विभाग, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी। यूपी, भारत

संबंधित लेखक: dipra27sep@gmail.com

 

डीओआई: 10.52984/ijomrc2105

 

सार:

COVID-19 महामारी वैश्विक स्तर पर विभिन्न प्रकार के मुद्दों को प्रस्तुत करती है। विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने वर्क फ्रॉम होम की संस्कृति को अपनाया। शिक्षा क्षेत्र ने घर से सीखने और सिखाने, वर्चुअल क्लासरूम और ई-लर्निंग को भी अपनाया। कोरोना वायरस से पहले और COVID-19 के बाद शिक्षकों का रवैया बेहद विविध है। पहले यह पारंपरिक आमने-सामने मोड था और बाद में इसे शिक्षण शिक्षण के ऑनलाइन मोड में स्थानांतरित कर दिया गया। निर्देश देने के तरीके में यह अप्रत्याशित बदलाव शिक्षकों और शिक्षार्थियों के व्यवहार में बदलाव का परिणाम है और घर पर ढांचागत सहायता की अनुपलब्धता के कारण शिक्षकों पर तनाव बढ़ाता है। शिक्षकों के दृष्टिकोण में परिवर्तन के संबंध में डेटा एकत्र करने के लिए स्व-विकसित प्रश्नावली का उपयोग किया जाता है। अध्ययन 75 शिक्षकों पर किया गया लेकिन केवल 35 ने प्रश्नावली का उत्तर दिया। अध्ययन के माध्यम से शिक्षकों का छात्रों को प्रेरित करने, ध्वनि वातावरण प्रदान करने, शिक्षकों की तैयारी, प्रबंधन प्रभाव के प्रति शिक्षकों के रवैये, वित्तीय संकट के प्रति रवैया देखा जाता है। परिणाम से पता चलता है कि शिक्षकों का बेरोजगारी, वित्तीय संकट और प्रबंधन के दबाव को छोड़कर सभी मापदंडों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण था।

कीवर्ड: रवैया, शिक्षक, COVID-19।

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